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लेखनी कहानी -02-Dec-2021

ये जिंदगी एक जुआ लगती है |

कभी दुआ तो कभी बददुआ लगती है ||
जिये आशा में आशावादी कैसे |
पिछे खाई आगे कुआँ लगती है ||

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3 Comments

Angela

11-Dec-2021 11:01 AM

Wow

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Seema Priyadarshini sahay

05-Dec-2021 01:14 AM

👌👌

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